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लेखक:

बद्री नारायण

बद्री नारायण जीबी पन्त सोशल साइंस इंस्टीट्यूट, इलाहाबाद में प्रोफेसर हैं। उनकी रुचि लोक संस्कृति, समाज और मानवशास्त्रीय इतिहास से लेकर दलित और सबाल्टर्न मुद्दों तक है।

वह हिन्दी और अंग्रेज़ी में लिखते हैं। श्री नारायण ने दि मेकिंग ऑफ दलित पब्लिक इन नॉर्थ इंडिया : उत्तर प्रदेश, 1950-वर्तमान तक’ (2011), ‘फैसिनेटिंग हिन्दुत्व : सैफ्रान पॉलिटिक्स एंड दलित मोबिलाइजेशन’ (2009), ‘वुमेन हीरोज़ और दलित एसर्शन इन नॉर्थ इंडिया’ (2006) किताबें लिखी हैं।

सम्मान : उन्हें फुलब्राइट सीनियर फेलोशिप (2004-05) और यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज से स्मट्स फेलोशिप (2007) भी प्राप्त हुई है।

कांशीराम : बहुजनों के नायक

बद्री नारायण

मूल्य: Rs. 250

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खुदाई में हिंसा

बद्री नारायण

मूल्य: Rs. 200

ये कविताएँ, कहा जा सकता है कि हमारे समाज के बहुजन की थेरी गाथाएँ हैं।   आगे...

दलित वीरांगनाएँ एवं मुक्ति की चाह

बद्री नारायण

मूल्य: Rs. 450

यह पुस्तक रेखांकित करती है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में दलितों की भूमिका से सम्बंधित मिथकों और स्मृतियों का उपयोग इधर राजनितिक गोलबंदी के लिए किस तरह किया जा रहा है।   आगे...

दलित वैचारिकी की दिशाएं

बद्री नारायण

मूल्य: Rs. 150

दलित वैचारिकी की दिशाएं...   आगे...

हिंदुत्व का मोहिनी मंत्र

बद्री नारायण

मूल्य: Rs. 400

हिन्दुत्व का मोहिनी मंत्र' पुस्तक हिन्दुत्ववादी शक्तियों द्वारा दलितों को अपनी तरफ खींचने की मोहक रणनीतियों का विखंडन दिखाती है   आगे...

 

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